Sunday 18 January 2015

दृष्टीबाधितों के लिए सहयोग की मशाल जलाएं (Co-operate The BLIND)

मित्रों, हम सब एक सामाजिक प्राणी है, हमारी उन्नति सहयोग की बुनियाद पर ही निर्भर है। जिस प्रकार ईंट से ईंट जोङकर विशाल भवन बनता है, पानी की एक-एक बूंद से सागर बनता है। उसी प्रकार अनेक व्यक्तियों के परस्पर सहयोग से ही मनुष्य का विकास संभव है। समाज और राष्ट्र की समृद्धि परस्पर सहयोग पर ही निर्भर है।

ऐसे ही सहयोग की कामना दृष्टीबाधित बच्चे भी हम सभी से रखते हैं। अनेक चुनौतियों का सामना करते हुए आज कई दृष्टीबाधित लोग अपने हौसले की रौशनी में अपनी मेहनत शिक्षा और विज्ञान के आधुनिक उपयोग से आत्मनिर्भर बनने का प्रयास कर रहे हैं किन्तु समाज एवं सरकार की उदासीनता की वजह से कई बार आगे बढने से वंचित रह जाते हैं। कई दृष्टीबाधित बच्चे खूब मन लगाकर पढाई करते हैं; किन्तु परीक्षा के समय सहलेखक (Scribe) न मिलने कारण या राइटर के देर से आने के कारण परीक्षा देने से वंचित हो जाते हैं। जिसके कारण उनका भविष्य प्रभावित होता है। पूरे वर्ष सफलता के सपने लिये तैयारी करते दृष्टीबाधित बच्चों का सपना सामाजिक उदासीनता की वजह से टूट जाता है। हमारी शैक्षणिक व्यवस्था में लगभग 9वीं कक्षा से उच्च कक्षा हेतु ब्रेल में पर्याप्त पुस्तकें नही प्राप्त हो पाती है। दृष्टीबाधित बच्चे विषय संबन्धित पाठ्यक्रम को सुन करके याद करते हैं, जो कई सामाजिक संस्थाएं या समाज के कुछ लोग रिकार्ड (Record) कर देते हैं। परंतु आवाश्यकता के अनुसार रेर्काडिंग उपलब्ध नही हो पाती।

मित्रों, सामाजिक चेतना का सहयोग मिले तो निःसंदेह दृष्टीबाधित बच्चों में भी आत्म सम्मान से जीवन जीने की मानसिकता का विकास होगा, जो समाज और देश के लिये हितकारी होगा। आपका एक सार्थक प्रयास कई दृष्टीबाधित बच्चों के जीवन को रौशन कर सकता है और उनके आत्मनिर्भर बनने के प्रयास में सहयोग दे सकता है। दोस्तों, जिस धरती पर स्वामी विवेकानंद जी जैसी महान विभूती का मार्ग-दर्शन प्राप्त हो वहाँ सामाजिक चेतना का अभाव असंभव है, सिर्फ थोङी जागरुकता की आवश्यकता है। यदि हम सब मिलकर दृष्टीबाधित बच्चों के लिए कार्य करें, तो सहयोग की मशाल से अनेक दृष्टीबाधित बच्चों का जीवन खुशनुमा बन सकता है और वे आत्मनिर्भर हो सकते हैं। आप लोगों में से जो भी दृष्टीबाधित लोगों की सहायता करना चाहतें हैं वो हमें मेल कर सकते हैं।  मित्रों, इस कार्य हेतु आपका दिया वक्त उनके लिये जीवन का सबसे अनमोल तोहफा होगा और सामाजिक भावना का सुनहरा पैगाम होगा। मित्रों, "वाइस फॉर ब्लाइंड" (Voice For Blind) के सदस्य बनकर सहयोग की आवाज को सम्पूर्ण भारत में प्रसारित करें। 

आपके सहयोग की प्रतिक्षा में
अनिता शर्मा
Mail Id- voiceforblind@gmail.com 
धन्यवाद J




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